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    हस्तकला या शिल्पकला

    आधुनिक भारत में अपनी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, कला और साहित्य के प्रति विशेष सम्मान, आकर्षण और जिज्ञासा है। यही कारण है कि विभिन्न कलाओं के साथ-साथ घर, परिवार, समाज से लेकर बाजार और वैश्विक दुनिया तक कला और शिल्प का विशेष महत्व है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने अपने गैर शैक्षणिक विभाग के अंतर्गत चित्रकला विभाग को लगातार बढ़ावा दिया है। इसी सिलसिले में हर साल स्कूल स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक कला महोत्सव का आयोजन किया जाता है। विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थानों द्वारा समय-समय पर विभिन्न विषयों पर कला, शिल्प और चित्रकला प्रतियोगिताएं और गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।

    चित्रकला विभाग के अंतर्गत के.वी. उज्जैन, विद्यार्थियों को मिट्टी, कागज, रेत, लकड़ी, पत्थर, धागा, रस्सी, पोस्टर निर्माण आदि के माध्यम से कला एवं शिल्प कार्य सिखाया जाता है। दोनों पालियों में नियमित शिक्षकों के साथ-साथ कला प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई है।

    परिणामस्वरूप, स्कूल के 20 विद्यार्थियों ने क्रिएटिव एज द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया, 10 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर के कला के रंग, उज्जैन में भाग लिया, एक छात्रा दिव्यांशी गुप्ता कक्षा 125 का राष्ट्रीय कला महोत्सव 2023 में चयन हुआ, 20 विद्यार्थियों का मास्टर स्ट्रोक पेंटिंग प्रतियोगिता में चयन हुआ। वैश्विक ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता में 125 छात्रों ने भाग लिया और कई छात्रों ने पुरस्कार प्राप्त किए और इन प्रतियोगिताओं में विजेता रहे।

    स्कूल में आर्ट एवं क्राफ्ट के लिए प्रत्येक कक्षा में हर सप्ताह एक पीरियड की व्यवस्था की गई है।